
मोबेक इनोवेशन ने लिथियम बैटरी रिसाइक्लिंग के क्षेत्र में कदम रखते हुए साझेदारी-आधारित विस्तार मॉडल अपनाने की घोषणा की है। यह कदम इलेक्ट्रिक वाहनों, सोलर सिस्टम और अन्य क्षेत्रों से उत्पन्न हो रहे बैटरी वेस्ट को कम करने और भारत के नेट ज़ीरो लक्ष्य को सपोर्ट देने की दिशा में उठाया गया है।
मोबेक ने अपनी पहली रणनीतिक साझेदारी ग्रेटर नोएडा के एक औद्योगिक क्षेत्र में की है। यह साझेदारी भारत में लिथियम बैटरी रिसाइक्लिंग के लिए एक राष्ट्रीय ढांचा तैयार करने की दिशा में पहला कदम है, जो संसाधनों की पुनर्प्राप्ति और पर्यावरणीय अनुपालन को बेहतर बनाएगा।
कंपनी का नया मॉडल साझेदारों को मोबेक की रिसाइक्लिंग तकनीकों, ऑपरेशनल सिस्टम्स और तकनीकी विशेषज्ञता तक पहुंच प्रदान करेगा। इसके ज़रिए बैटरियों से दुर्लभ धातुओं सहित मूल्यवान सामग्रियों की सुरक्षित और कुशल पुनर्प्राप्ति को बढ़ावा मिलेगा।
मोबेक इनोवेशन के संस्थापक और सीईओ हैरी बजाज ने कहा, “लिथियम-आयन बैटरियों की बढ़ती खपत एक चुनौती भी है और एक अवसर भी। हम साझेदारियों के माध्यम से जिम्मेदार पर्यावरणीय प्रथाओं के साथ व्यावसायिक अवसर पैदा करना चाहते हैं।”
शुरुआती चरण में कंपनी का ध्यान क्षमता निर्माण और भागीदारों के लिए दीर्घकालिक वित्तीय और पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने पर रहेगा। मोबेक ने यह भी संकेत दिया है कि वह देश के विभिन्न हिस्सों में संभावित साझेदारों से बातचीत कर रही है।
वर्तमान में मोबेक का ध्यान ईवी, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (ESS) और औद्योगिक उपकरणों से उत्पन्न बैटरी वेस्ट पर है। कंपनी भविष्य में पावर बैकअप सिस्टम और लिथियम बैटरी रिसाइक्लिंग को विस्तार देने की योजना बना रही है, ताकि सर्कुलर इकॉनमी को बढ़ावा दिया जा सके।
मोबेक की इन-हाउस केमिस्ट्री टीम रिसाइक्लिंग प्रक्रिया की निगरानी करेगी, ताकि मैटिरियल की सुरक्षित और कुशल पुनर्प्राप्ति सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, कंपनी एक इंटीग्रेटेड इन्वेंट्री मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग करेगी, जिससे पूरे रीसाइक्लिंग प्रोसेस के दौरान मैटिरियल की ट्रैकिंग को बेहतर किया जा सके।
नोएडा स्थित मोबेक इनोवेशन प्रा. लि. मोबाइल ईवी चार्जिंग समाधान (5 से 60 किलोवॉट तक), बैटरी रीसाइक्लिंग सेवाएं और ऊर्जा भंडारण प्रणालियाँ प्रदान करती है। कंपनी की सेवाएं आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर को सहयोग देने के साथ-साथ ऊर्जा दक्षता और सामग्री पुनर्प्राप्ति को भी बढ़ावा देती हैं। मोबेक फिलहाल अपने प्लांट संचालन का विस्तार कर रही है ताकि भारत भर में बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।