
ऊनो मिंडा ने कंपनी के संचालन और प्रबंधन को मजबूत करने के लिए बड़े प्रशासनिक बदलाव किए हैं। कंपनी ने घोषणा की है कि वर्तमान डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर, रवि मेहरा को प्रमोट कर मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। मेहरा, जो इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया और इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया के फेलो मेंबर हैं, 1995 में Uno Minda से जुड़े थे और पिछले तीन दशकों में कंपनी की उल्लेखनीय वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
ऊनो मिंडा ने प्रशासनिक पुनर्गठन के तहत चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर की भूमिकाओं को अलग करने का निर्णय लिया है। निर्मल कुमार मिंडा, जो अब तक चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर दोनों पदों पर थे, एक्जीक्यूटिव चेयरमैन की भूमिका में शिफ्ट होंगे। वे रणनीतिक दिशा, व्यवसाय की देखरेख, नेतृत्व टीम को मेंटरशिप देने और कंपनी में कर्मचारियों के विकास व कल्याण पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
निर्मल कुमार मिंडा ने कहा, "यह रणनीतिक पुनर्गठन और हमारे बोर्ड का सशक्तिकरण ऊनो मिंडा की मजबूत कॉरपोरेट गवर्नेंस और सस्टेनेबल डेवलपमेंट की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमें विश्वास है कि रवि मेहरा के नेतृत्व और हमारे नए बोर्ड सदस्यों के विविध अनुभव से Uno Minda की सफलता को और गति मिलेगी।"
कंपनी ने बोर्ड की विविधता और विशेषज्ञता को और बढ़ाने के लिए चार नए सदस्यों की नियुक्ति की है:
शेखर विश्वनाथन - स्वतंत्र निदेशक के रूप में शामिल हुए हैं। वे टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड के वाइस चेयरमैन और पूर्णकालिक निदेशक के रूप में सेवानिवृत्त हो चुके हैं और चार दशकों का समृद्ध अनुभव रखते हैं।
अभय डामले - 1989 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी रह चुके हैं। वे सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) में संयुक्त सचिव और सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट, पुणे के निदेशक के रूप में कार्य कर चुके हैं।
परिधि मिंडा और पल्लक मिंडा - दोनों को नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स के रूप में नियुक्त किया गया है। वे 2001 से Uno Minda ग्रुप से जुड़ी हुई हैं और प्रबंधन व उद्यमिता में गहरा अनुभव रखती हैं।
कंपनी का मानना है कि यह प्रशासनिक पुनर्गठन Uno Minda की भविष्य की योजनाओं और दीर्घकालिक सफलता को मजबूती प्रदान करेगा।