
ऊबर ने रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी के साथ साझेदारी की घोषणा की है, जिसके तहत 2026 तक भारत के प्रमुख शहरों में 1,000 इलेक्ट्रिक वाहन (EVs) तैनात किए जाएंगे। यह पहल ऊबर के वैश्विक लक्ष्य का हिस्सा है, जिसमें 2040 तक 100% शून्य-उत्सर्जन प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
ये इलेक्ट्रिक वाहन चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु और मुंबई में रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी के ब्रांड Refex eVeelz के तहत संचालित किए जाएंगे। यह साझेदारी शहरी क्षेत्रों में हरित परिवहन को बढ़ावा देने और बढ़ती टिकाऊ मोबिलिटी की मांग को पूरा करने के लिए की गई है।
ऊबर इंडिया और साउथ एशिया के हेड ऑफ सप्लाई एंड इलेक्ट्रिफिकेशन, आदित्य कपूर ने कहा कि कंपनी शून्य-उत्सर्जन मोबिलिटी को तेजी से अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस तरह की साझेदारियों से कई शहरों में इलेक्ट्रिक राइड के विकल्पों का विस्तार होगा।
रेफेक्स ग्रुप के चीफ ऑफ स्टाफ, सचिन नवतोश झा ने कहा कि यह सहयोग सस्टेनेबल मोबिलिटी को बढ़ावा देने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी बताया कि Refex eVeelz पहले से ही B2B और B2C सेगमेंट में 1,300 से अधिक इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहन का संचालन कर रहा है।
ऊबर अपने ईवी कैंपेन के तहत ‘Uber Green’ सुविधा भी लॉन्च कर चुका है, जो दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता में उपलब्ध है। इस फीचर के माध्यम से यात्री सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों की बुकिंग कर सकते हैं, जिससे प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी।
ऊबर, जो 2013 में भारत में लॉन्च हुआ था, वर्तमान में 125 शहरों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है और अब तक 3 अरब से अधिक यात्राएं पूरी कर चुका है। कंपनी का लक्ष्य अपने ड्राइवर-पार्टनर्स का समर्थन करने के साथ-साथ शहरी परिवहन को और बेहतर बनाना है।
रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी, रेफेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी है, जो लॉजिस्टिक्स, रिन्युएबल एनर्जी, हेल्थकेयर और रिटेल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है।