
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी ज़ेलिओ ई मोबिलिटी लिमिटेड अपने ई-रिक्शा सेगमेंट में तेज़ी से विस्तार कर रही है। वर्तमान में 7 राज्यों में 28 डीलरशिप के साथ कार्यरत ज़ेलिओ का लक्ष्य मई 2025 तक देशभर में 100 डीलरशिप स्थापित करना है।
कंपनी की मौजूदा उपस्थिति राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में है। अब यह विस्तार उत्तराखंड, दिल्ली, असम और पश्चिम बंगाल जैसे नए क्षेत्रों तक भी होगा। इस रणनीतिक कदम से ज़ेलिओ न केवल शहरी बल्कि अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन विकल्पों की पहुंच बढ़ाना चाहती है।
इस विस्तार के माध्यम से कंपनी 400 से 500 नई नौकरियों का सृजन भी करेगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। ज़ेलिओ ई मोबिलिटी लिमिटेड के सह-संस्थापक और मैनेजिंग डायरेक्टर कुनाल आर्य ने कहा, "ई-रिक्शा भारत के ईवी इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जो भीड़भाड़ वाले शहरी और ग्रामीण इलाकों में लास्ट माइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करते हैं। हमारी इस सेगमेंट में शुरुआती सफलता ने हमें इसके व्यापक संभावनाओं का एहसास कराया है, और यही वजह है कि हम अपने डीलरशिप नेटवर्क को बढ़ा रहे हैं।"
ज़ेलिओ के इस विस्तार का केंद्र बिंदु होंगे इसके फ्लैगशिप ई-रिक्शा मॉडल – 'टांगा बटरफ्लाई' और 'टांगा एसएस', जिन्हें दिसंबर 2024 में लॉन्च किया गया था और EV इंडिया एक्सपो 2024 में पहली बार प्रदर्शित किया गया था।
टांगा बटरफ्लाई माइल्ड स्टील से बनी है, जबकि टांगा एसएस स्टेनलेस स्टील से निर्मित है। दोनों मॉडलों की टॉप स्पीड 30 किमी/घंटा है और ये एक बार चार्ज करने पर 100 किमी की रेंज प्रदान करते हैं। ये 1200W मोटर से संचालित होते हैं और इनमें दो बैटरी विकल्प उपलब्ध हैं – 48/60V 140Ah लेड-एसिड बैटरी और 51V 105Ah या 153Ah की LFP बैटरी। इनकी चार्जिंग टाइम लगभग 8 घंटे है, जो इन्हें दैनिक उपयोग के लिए व्यावहारिक बनाता है।
ज़ेलिओ को उम्मीद है कि इस डीलरशिप विस्तार के साथ मई 2025 तक तीन-पहिया वाहनों की बिक्री में 400 यूनिट की अतिरिक्त वृद्धि होगी। इससे कंपनी की बाज़ार में पकड़ और भी मजबूत होगी और वह तेजी से बढ़ती ई-रिक्शा मांग को पूरा करने में सक्षम होगी।