कोयंबटूर स्थित अमृता यूनिवर्सिटी और ऑटोमोटिव टेस्ट सिस्टम्स (ATS) ने संयुक्त रूप से एक नई इलेक्ट्रिक व्हीकल टेस्ट लैब का उद्घाटन किया है। यह नई सुविधा अमृता ऑटोमोटिव रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (AARTC) के तहत स्थापित की गई है और इसे खासतौर पर इलेक्ट्रिक वाहनों के परीक्षण के लिए विकसित किया गया है।
इस ईवी लैब में 48kW इलेक्ट्रिक मोटर टेस्ट बेंच, बैटरी टेस्ट लैब और एक सिमुलेशन लैब शामिल हैं, जो उद्योग और शिक्षा जगत के बीच रिसर्च को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, यह सुविधा सॉफ़्टवेयर-इन-द-लूप (SIL) और हार्डवेयर-इन-द-लूप (HIL) लैब्स से लैस है, जो टेस्ट बेंच के साथ एकीकृत हैं।
उद्घाटन समारोह में कई उद्योग विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया, जिनमें लता चेम्ब्राकलाम (VP और हेड, टेक्निकल सेंटर इंडिया, कॉन्टिनेंटल ऑटोमोटिव), रमदास अरुमुगम सकुंथलई (डायरेक्टर, GARC), राजेश डी (VP, वोल्वो ग्रुप ट्रक्स टेक्नोलॉजी), भक्त केशवाचार (CEO, चारा टेक्नोलॉजीज), और रमणाथन श्रीनिवासन (MD, ATS) शामिल थे। इस अवसर पर "सस्टेनेबल मोबिलिटी" विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला भी आयोजित की गई।
एटीएस (ATS) के मैनेजिग डायरेक्टर रमणाथन श्रीनिवासन ने कहा,"AARTC पिछले 10 वर्षों से उद्योग और अकादमिक जगत को सपोर्ट कर रहा है और विभिन्न क्षेत्रों में रिसर्च को प्रोत्साहित कर रहा है, जिसमें पावरट्रेन, एमिशन टेस्टिंग, RLDA व्हीकल डायनामिक्स, NVH और ADAS शामिल हैं। यह उद्योग को अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद उत्पाद विकसित करने में मदद कर रहा है।"
इस लैब में पहले से मौजूद 160kW टेस्ट बेंच और चेसिस डायनामोमीटर भी शामिल हैं, जिनका उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों के मोटर और मोटर कंट्रोलर जैसे प्रमुख कंपोनेंट के परीक्षण और विकास के लिए किया जा रहा है। इस पहल से भारत में ईवी टेक्नोलॉजी और अनुसंधान को नया आयाम मिलेगा और स्थायी मोबिलिटी समाधान विकसित करने में मदद मिलेगी।