
छोटे और मध्यम उद्यमों (MSME) को वित्तीय सहायता देने के लिए लघु उद्योग विकास बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI) और टाटा कैपिटल लिमिटेड (TCL) ने एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी के तहत MSMEs को मशीनरी और उपकरण खरीदने, कार्यशील पूंजी (वर्किंग कैपिटल), बिजनेस लोन और संपत्ति के बदले लोन जैसी वित्तीय सुविधाएं दी जाएंगी।
सिडबी (SIDBI) के अनुसार, इस समझौते का उद्देश्य एमएसएमई क्षेत्र को मजबूत करना और उनके लिए ऋण की उपलब्धता आसान बनाना है। इसके तहत सह-वित्तपोषण, संयुक्त ऋण (को-लेंडिंग) और जोखिम साझेदारी जैसे नए तरीकों को अपनाया जाएगा, जिससे छोटे व्यवसायों को तेजी से और अधिक वित्तीय मदद मिल सके। इस समझौते पर सिडबी के चीफ जेनरल मैनेजर विवेक कुमार मल्होत्रा और टाटा कैपिटल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर विवेक चोपड़ा ने हस्ताक्षर किए।
सिडबी 1990 से एमएसएमई क्षेत्र के वित्तीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह बैंक अप्रत्यक्ष ऋण, प्रत्यक्ष ऋण, स्टार्टअप्स के लिए फंड ऑफ फंड्स, और उद्यमियों के लिए प्रशिक्षण और सहायता जैसी कई योजनाएं चलाता है। साथ ही, यह सरकार की MSME नीतियों को लागू करने में भी मदद करता है, जिससे छोटे उद्योगों को आर्थिक मजबूती मिल सके।
इस साझेदारी से देशभर के छोटे और मध्यम कारोबारियों को आसान शर्तों पर ऋण मिलेगा, जिससे वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकेंगे और नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। सरकार की ओर से MSME क्षेत्र को लगातार समर्थन दिया जा रहा है, और यह समझौता इस दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।